गुरु की आस में , गुरु के ज्ञान से
गुरु की आराधना से, गुरु के उपकार से
जीवन का हर क्षण साधनामय हो
इसी विनती के साथ आज मैं इस लेखन का आरम्भ कर रही हूँ
गुरु को समर्पित, गुरु की इच्छा ,
गुरु की वाणी , गुरु का ध्यान
जय गुरुदेव , जय माँ , पारवती वल्लभा
Comments
Post a Comment