अहंकार में अहंकार का प्रवेश करवाकर अहंकार को प्राप्त कर उसे पोषित करो। इतना कि अहंकार में घुल जाओ। जहाँ तुम्हारी प्रतीक्षा स्वयं ब्रह्म करता है । अहंकार क्या 1 तुम्हारा भौतिक शरीर। 2 तुम्हारा आंतरिक आकार। 3 तुम्हारा घमंड। 4 तुम्हारा वास्तविक आकार यणि आत्मा। सोने के पहले माँ का सम्पुट पढ़ ले। दुर्गा देवी नमातुभ्य सर्वाकामार्थ साधिके। मम सिद्धिम सिद्धिम व स्वप्ने सर्व प्रदर्शय:।। यदि विष्णु मन्त्र एक हफ्ते में असर न दिखाई तो बजरंग बाण संकल्प के साथ सुबद शाम 21 दिन पढ़े या जब तक फायदा न हो पढ़ते रहे। संख्या अधिक होने में परहेज नही। H ॐ ऐं श्री अक्ष मालाय नमः Aum Aing Saraswathye Namah Aum माले माले महामाले सर्वतत्त्वस्वरुपिणी | चतुर्वर्गस्त्वयि न्यस्तस्तस्मान्मे सिद्धिदा भव || ॐ त्वं माले सर्वदेवानां सर्वसिद्धिप्रदा मता | तेन सत्येन मे सिद्धिं देहि मातर्नमोऽस्तु ते | त्वं मले सर्वदेवानां प्रीतिदा शुभदा भव | शिवं कुरुष्व मे भद्रे यशो वीर्यं च सर्वदा https://freedhyan.blogspot.com/2018/04/bl